।। सबको
ऐसी मां मिले ।।
मम्मी मम्मी मुझे खिला दो,
मैं तो कब से भूखा हूं
।
वो दोनों को भूख नहीं ,
वो दोनों आप
से रूठा है ।
सुबह सुबह जिद कर बैठा ,
दोनों मेरे साथ में चलने को ।
मैं बोली अभी पर छोटी है ,
मना किया
था उड़ने को ।
अभी खिला दूं तुमको,
फिर उड़कर मैं जाती हूं ।
उसको भी मैं मना लूंगी ,
पहले खाना
ले आती हूं ।
मां की बात पर दोनों को ,
गुस्सा आ गया कहां
से ।
अभी तो लड़के खाओ खेलो,
तुम
रूठो ना अपनी मां से ।
Thanks for reading📝
Ashok Kumar ✍
No comments:
Post a Comment