।। दादी मुझे इतना प्यार करें।।
दादी मुझे इतना प्यार करें,
मेरे साथ में रहती है ।।
तू है मेरी इकलौती पोती,
मेरी दादी मुझे कहती है।।
करके काम खत्म स्कूल का,
पास अपनी मुझे बुलाती है।।
इधर उधर की बातें करके,
खूब दादी मुझे हंसाती है।।
पेट दर्द होने लगता है ,
इतनी हंसी और खांसी से।।
इधर उधर की बातें करना ,
सीखे कोई मेरी दादी से।।
हमारी और भी कविताएं हैं पढ़ें ।
कोरोना, दादी माँ, माँ ,चिडैयाँ,
तितली , देश भक्ति,पर्यावरण,
दादाजी, विद्यार्थी, जल,हास्य व्यंग
पेड़, मानसून,गौरैया
Thanks for reading 📝
Ashok Kumar ✍
दादी मुझे इतना प्यार करें,
मेरे साथ में रहती है ।।
तू है मेरी इकलौती पोती,
मेरी दादी मुझे कहती है।।
करके काम खत्म स्कूल का,
पास अपनी मुझे बुलाती है।।
इधर उधर की बातें करके,
खूब दादी मुझे हंसाती है।।
पेट दर्द होने लगता है ,
इतनी हंसी और खांसी से।।
इधर उधर की बातें करना ,
सीखे कोई मेरी दादी से।।
हमारी और भी कविताएं हैं पढ़ें ।
कोरोना, दादी माँ, माँ ,चिडैयाँ,
तितली , देश भक्ति,पर्यावरण,
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