।। ऐसी दादी सबको मिले।।
मैं दादी की अकेली पोती ।
दादी मुझे इतना प्यार करती।।
सुबह सुबह स्कूल के लिए।
दादी ही मुझे तैयार करती।।
बालों में कंघी जब करती ।
बातों से खूब हंसाती है ।।
गर्म दूध परोंठी अपने ।
हाथों से खिलाती है ।।
अपने कंधे पर दादी ।
बैग को लटका आती है।।
मेरे साथ साथ में दादी।
कुछ दूर चल कर जाती है।।
मैं दादी की अकेली पोती ।
दादी मुझे इतना प्यार करती।।
कब वापस आए स्कूल से।।
दादी मेरा इंतजार करती रहती ।।
Thanks for reading 📝
Ashok Kumar ✍
मैं दादी की अकेली पोती ।
दादी मुझे इतना प्यार करती।।
सुबह सुबह स्कूल के लिए।
दादी ही मुझे तैयार करती।।
बालों में कंघी जब करती ।
बातों से खूब हंसाती है ।।
गर्म दूध परोंठी अपने ।
हाथों से खिलाती है ।।
अपने कंधे पर दादी ।
बैग को लटका आती है।।
मेरे साथ साथ में दादी।
कुछ दूर चल कर जाती है।।
मैं दादी की अकेली पोती ।
दादी मुझे इतना प्यार करती।।
कब वापस आए स्कूल से।।
दादी मेरा इंतजार करती रहती ।।
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Ashok Kumar ✍
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