।। दादा दादी पोती का दर्द ।।
हरदम लगती रहती है मुझे ।
दादी से कमी,कमी से ।।
दादी से मिलने जाऊंगी ।
मैं नहीं डरती मम्मी से ।।
साथ में ले आऊंगी।।
ये मैंने ठान लिया है ।।
दादी से मिलाने ले चलो ।
पापा को बोल दिया है ।।
एक दिन कहते सुना था।
दादी जी से दादा को।।
मिलने को दिल करता है ।
बुला दो ना जिज्ञासा को।।
दादा, दादी जी यहां।
आने से भी डरते हैं।।
फोन पर बातें करते।
दादा दादी रो पड़ते हैं।।
Thanks for reading 📝
Ashok Kumar ✍
हरदम लगती रहती है मुझे ।
दादी से कमी,कमी से ।।
दादी से मिलने जाऊंगी ।
मैं नहीं डरती मम्मी से ।।
साथ में ले आऊंगी।।
ये मैंने ठान लिया है ।।
दादी से मिलाने ले चलो ।
पापा को बोल दिया है ।।
एक दिन कहते सुना था।
दादी जी से दादा को।।
मिलने को दिल करता है ।
बुला दो ना जिज्ञासा को।।
दादा, दादी जी यहां।
आने से भी डरते हैं।।
फोन पर बातें करते।
दादा दादी रो पड़ते हैं।।
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