।। पत्नी मुझपर हावी हो गई ।।
मैं तो हूं मुश्किल में,
शादी के पहले दिन से।।
पत्नी मुझपर हावी हो गई,
शादी के दूसरे ही दिन से।।
जब से घर में बैठा हूं ,
नित दिन मौत से लड़ता हूं।।
लोग डरता है कोरोना से,
मैं अपने पत्नी से डरता हूं।।
डरता भी हूं इस कदर,
मैं नित दिन ऐसा करता हूं।।
दो तीन घंटा बैठकर मैं
टॉयलेट में अखबार पढ़ता हूं।।
मेरे जीवन में खुशी नहीं,
बस नीरस ही नीरस है।।
मेरी पत्नी तो खुद ही,
एंटी पति वायरस है।।
सोती है रात को देर से,
सुबह देर तक सोई रहती है।।
नास्ते में गरम-गरम बकवास,
गाली के परोठी देती है।।
हमारी और भी कविताएं हैं पढ़ें ।
कोरोना, दादी माँ, माँ ,चिडैयाँ,
तितली , देश भक्ति,पर्यावरण,
दादाजी, विद्यार्थी, जल,हास्य व्यंग
पेड़, मानसून,गौरैया
मैं तो हूं मुश्किल में,
शादी के पहले दिन से।।
पत्नी मुझपर हावी हो गई,
शादी के दूसरे ही दिन से।।
जब से घर में बैठा हूं ,
नित दिन मौत से लड़ता हूं।।
लोग डरता है कोरोना से,
मैं अपने पत्नी से डरता हूं।।
डरता भी हूं इस कदर,
मैं नित दिन ऐसा करता हूं।।
दो तीन घंटा बैठकर मैं
टॉयलेट में अखबार पढ़ता हूं।।
मेरे जीवन में खुशी नहीं,
बस नीरस ही नीरस है।।
मेरी पत्नी तो खुद ही,
एंटी पति वायरस है।।
सोती है रात को देर से,
सुबह देर तक सोई रहती है।।
नास्ते में गरम-गरम बकवास,
गाली के परोठी देती है।।
Thanks for reading📄
Ashok Kumar ✍हमारी और भी कविताएं हैं पढ़ें ।
कोरोना, दादी माँ, माँ ,चिडैयाँ,
तितली , देश भक्ति,पर्यावरण,
दादाजी, विद्यार्थी, जल,हास्य व्यंग
पेड़, मानसून,गौरैया
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