हास्य व्यंग्य ।। कुर्सी प्रधान देश है ।।

   














।।  कुर्सी प्रधान देश है  ।।



 
नेता को कुर्सी के लिए 
 टीवी पर झगड़ते देख के ।।
 क्या यही सच्ची तस्वीर
 है अपने भारत देश के ।।


एक एक दिन वो भी
घुमे गा सरकारी गाड़ी में ।।
बिक कर भी जाएगा तो
जाएगा सत्ता घारी में ।।

      अब सब को  यही भुख  है
      पैसा कमाने के लिए ।।
      बिपक्ष भी झगरता है 
      सरकार बनाने के लिए ।।

अपनें देश में हर जगह
यही बदला हुआ परिवेश है ।।
भारत कुषि प्रधान नहीं
अब कुर्सी प्रधान देश है  ।।

      सबको यही इन्तेजार है
      आपनी बारी आने का ।।
       देश चलाने के नाम पर
        देश को लूट के खाने का ।।

अपने देश में हर जगह
 यही बदला हुआ परीवेस है ।।
 भारत कृषि प्रधान नहीं
 अब कुर्सी प्रधान देश  है  ।।

      अब कुर्सी प्रधान देश है  ।।
                ।।   जय हिन्द  ।।
 Thanks for reading  📝        
                       Ashok Kumar

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