चिड़िया-चिड़िया कुछ देर तुम,
आओ बैठो मेरे पास में ।
दिल करता है मैं भी तेरे संग,
उड़ती फिरूँ आकाश में ।
लेकिन क्या करूँ मैं तेरे जैसी,
है पर नही मेरे पास में ।
सारा दिन मेरा निकल जाता है,
देखो बस यही तलास में ।
तेरे जैसी पर जिस दिन,
जब होगा मेरे पास में।
फिर मैं भी तेरे संग में,
उड़ाती करुँगी आकाश में।
Thanks for reading 📝
Ashok kumar✍
No comments:
Post a Comment