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Friday, December 21, 2018

।। अगर हमें भी पर होते ।।


।। अगर हमें भी पर होते ।।



अगर हमें भी पर होते,
हमें भी सब तितली कहते ।
कांधे पर स्कूल बैग लिए,
हम हवा में उड़ रहे होते ।
       
        छोटी उम्र किताब का बोझ,
        चलने से मजबूर हैं ।
        उड़कर हम स्कूल जाते,
        स्कूल भी अपना दूर है ।

सड़क पर न चल होता,
धूप में ना चलना होता ।
बारिश के मौसम में भी,
न गिला कपड़ा  होता ।

       फिर कहीं आने जाने की न,
       चिंता हमें सताते ।
       मौसम कोई होता हर मौसम में,
       मजे से स्कूल जाते।

       Thanks for reading 📝
                   Ashok Kumar  

  
       

    


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