।। उठ खड़ा हो भारत के किसान ।।
उठ खड़ा हो भारत के किसान।
ना सूखा
पर वियोग करो।
नए नए कृषि यंत्रों को,
तुम खेतों में उपयोग करो।
अब गए दिन हल बैलों का ,
दिन आया ट्रैक्टर ट्राली का ।
करो जोताई दे दो गहना,
अपने खेतों में हरियाली का।
अब नहीं डर रहेगा
तुमको,
कम बारिश और सूखे का।
खेतों में लगा लो इसको,
पानी के नए तरीके का।
जाता है अब
तो जाने दो,
बिना बरसे ही सावन को।
अपने गांव से भगा दो तुम,
भूखा और सूखा रावण को।
Thanks for reading📝
Ashok Kumar✍
यह पोस्ट यही पर खत्म होता है. यह कविता
आपको कैसी लगी हमको कमेंट करके जरुर
बताए और इस आर्टिकल को सोशल मीडिया
पर शेयर करना और फॉलो ना भूले 🙂
अपना बहमूल्य समय देने के लिए, धन्यवाद।
आपको कैसी लगी हमको कमेंट करके जरुर
बताए और इस आर्टिकल को सोशल मीडिया
पर शेयर करना और फॉलो ना भूले 🙂
अपना बहमूल्य समय देने के लिए, धन्यवाद।
No comments:
Post a Comment