।। नेता ने मुंह
छुपाया लीची में।।
इन नेताओं को देखो जरा,
अच्छा बहाना बनाया है।
बदनामी से बचने के लिए,
लीची में मुंह छुपाया है।
कुछ तो कहे कोई नेता,
सारे
क्यों खामोश है ।
दवा नहीं
हॉस्पिटल में,
कहता
लीची का दोष है।
तड़प तड़प कर मरती बच्चे ,
चिराग बुझ
रहा घर घर का ।
नेता के
पास समय नहीं है,
उसके लिए
आप पल भर का।
माता पिता
के आंखों में,
आंसू की बूंदें
लटक रहे है।
मीडिया भी
नेता के आगे,
अपना माइक
पटक रहे हैं।
21वीं सदी
में हम पहुंचे हैं,
ये सपना
देखना छोड़ दो।
21वीं सदी
का भारत है,
अब ये कहना
छोड़ दो।
Thanks for reading📝
Ashok Kumar
No comments:
Post a Comment