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Sunday, March 1, 2020

।। मम्मी मैं नहीं खेलना ।।

।। मम्मी मैं नहीं खेलना ।।












मम्मी मैं नहीं खेलना  ।
अपने हमजोली में ।।
मेरा मन चाहे उड़ने को ।
चिड़ियों की टोली में  ।।

     कभी यहां पर कभी वहां पर ।
     उड़ उड़ कर बैठूँ शोर करूं ।।
     उड़ती जाऊं चिड़ियों के संग ।
     सारा गगन में सैर करूं ।।

ना डर मम्मी पापा का । 
उनके डांट डपट का।।
अपनी मीठी बोली से मैं ।
दिल बहलाउं सबका ।।

     पके आम  अमरूद में चोंच ।
     हम मार मार के खाएंगे ।।
     हमें डर नहीं किसी का।।
     चिड़ियों संग शोर मचाएंगे ।।

             Thanks for reading 📝
                           Ashok Kumar✍

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