हास्य व्यंग्य
।। न्यू ईयर बीमार हुआ फेफड़ा जिगर ।।
नव वर्ष की सुबह सुबह दोस्त को,
फोन पर बोला हैप्पी
न्यू ईयर ।
उत्तर आया
same to you ,
बीमार है फेफ़ड़ा जिगर ।
मैंने पूछा तेरे आवाज क्या हुआ ,
तूने क्या कर के रखा है ।
बोला आवाज बदला है इसलिए,
मैंने नाक मुंह पर कपड़ा बांध रखा है।
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बोला मुझे भी डर लगता है ,
फिर मेरे शहर में पटाखा फटा है ।
याद है दिवाली का
वो घटना ,
शहर का कितना आबादी घटा है ।
यार अब मेरे शहर में जीना ,
जीना
इतना दुश्वार हुआ है।
पाँच सो से ज्यादा
लोग ,
दम्में का शिकार हुआ है
।
Thanks for reading 📝
Ashok Kumar ✍
यह पोस्ट यही पर खत्म होता है. यह कविता
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अपना बहमूल्य समय देने के धन्यवाद।
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