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Saturday, December 29, 2018

।। ठहर 18 का दिसंबर ।।


 ।।  ठहर 18 का दिसंबर ।।

 
      
      





 ठहर ठहर 18 का दिसंबर,
 कहां भाग रहा है मेरे घर से ।
 लगता है तु घबराया है ,
 आने वाला 19 के डर से।
        
        काम बहुत करना बाकी है,
        फंसा  हुआ  है  बीच  में ।
        जाने दो मुझे बाकी काम को ,
        तुम कर लेना 19 में।
 
 बहुत रुलाया है तुमने,
 तेरा निंदा करेंगे जी भर के।
 तेरे कारण ही देख 18,
 ये हाल हुआ मेरे घर के।
       17 भी तो आकर गया ,
       उसे तो कोई नहीं रोका।
       तेरा जो हाल हुआ इसमें,
       तेरा  कोई  गलती  होगा।
      
 Thanks for reading 📝
               Ashok Kumar 
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