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Wednesday, December 5, 2018

है कोई जो मेरे इस,


। है कोई जो मेरे इस । 







 है कोई जो मेरे इस,
सुंदर पर की तारीफ करें।
मैं अपनी पर फैलाई हूं ,
आके हो कोई समीप खरे।

इन्हें भी पढ़िये :-
        
        पर के कोर ऐसे दिखती है ,
        हो जैसे धार तलवार में
        जहां भी जाऊं हवा चीर के,
        उड़ जाऊं एक बार में

 छोटे-छोटे और बड़े-बड़े ,
 है मेरे पर के कतार ,
 तितली से सुंदर दिखती हूं ,
 देखो तो मुझे एक बार

Thanks for reading 📝

              Ashok Kumar

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