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Thursday, April 26, 2018

ये हरियाली न जाने

jungle







                  

  ये  हरियाली जाने । 
  हम कब तक देखेगें ।।
  लोग प्लास्टिक के थैले को ।
  जब ऐसे फेकेगें  ।
      
      वर्षा तोअब कम होती है ।
      कम घिरती है घटाएँ ।।
      वन को हमने काट-काट कर ।
      मिटा दी इनकी छटाएँ  ।।

  इन्हें भी पढ़िये :-
 सारश,बत्तख,बटेर,बोगले
  फिर हम पाएगें  ।।   
  शायद हम इसे देखने    
 चिड़ियाँ  घर जाएगें  ।।
  चिड़ियाँ घर जाएगें  ।।
Thanks for reading  📝                    
                                Ashok Kumar
यह पोस्ट यही पर खत्म होता है. यह कविता 
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