।। फिर
कमल खिला कीचड़ में।।
आखिर सब ने देख ही लिया ,
की कीचड़ में कमल खिलता है।
बद
जुबान ही रहा ,
महा गठबंधन के नेचर
में।
आखिर कमल खिल गया,
गंदे गाली के कीचड़ में ।
मोदी
को गाली दे रहा था,
नेता भाषण की शैली
में ।
मोदी मोदी के नारे
लगते
महा गठबंधन के रैली।
महा
गठबंधन का आपमान ,
और गाली खाकर ममता
का ।
लगा मोदी जी बीजेपी
का नहीं,
प्रचार कर रहा था जनता
का।
मोदी
के चाहने वालों को,
चुनाव प्रचार खल रहा
था।
लगा मोदी को गाली देने
का,
प्रतियोगिता चल रहा
था।
मोदी
ने जवाब तो दिया नहीं,
माया अखिलेश और ममता
का।
ये तो लड़ाई दिखा सीधा
,
महा गठबंधन और जनता
का।
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Ashok Kumar ✍
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