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Sunday, June 3, 2018

कल तो है हमारा जल पे ।

WASTE OF WATER














कल  तो है हमारा  जल पे
हम क्यों . समझते आज हैं ।।
फिर भी हम पानी को इतना

करते   क्यों   बरबाद   हैं  ।।


    आज अगर हम नहीं समझे

     कब समझेंगे ये बात ।।
     जब दूसरे देशों से पानी

यदि हम सबने ध्यान नहीं
दिया  अभी  इस  बात पे ।।
वो दिन दूर नहीं जब पानी 
मिलेगा  राशन  कार्ड  पे  ।।

     टब भर के नहाते हैं  अभी
     तब बूँद के लिए लड़े मरेंगे  ।।
     गिले कपड़े से बदन पोछ के
     तब  हम  स्नान  करेंगे  ।।

अभी से तु सोच अशोक
जल्दी  वो  दिन  आएगा  ।।
अभी भरके गिलास पीते हो तब
पानी चाट के प्यास बुझाएगा ।।

     वो दिन दूर नहीं जब लोग 
     पानी आपस में बाँटेंगे  ।।
     दो बूँद गिरा जमीन पर पानी
     वो भी मिलकर लोग चाटेंगे  ।।

इस बात को सोचने में अगर
हम  सबको  देरी  होगी  ।।
सोना चाँदी को छोड़ के 
पानी की चोरी होगी  ।।

      कहीं हवन ,कहीं राम धुन 
      और कहीं तपस्या होगा  ।।
       पानी के लिए इधर- उधर ।।.
       रोज ही ह्त्या होगा ।।
ये भी पढें :-
कल तो है हमारा जल पे 
हम क्यों समझते आज हैं  ।।
फिर भी  हम पानी को इतना
 करते  क्यों  बरबाद  हैं  ।।

           क्यों  करते  हम बरबाद  हैं 

Thanks for reading      📝
                              Ashok Kumar
यह पोस्ट यही पर खत्म होता है. यह कविता 
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